धरती को बचाने के लिए हम सभी की कुछ न कुछ जिम्मेदारियां हैं। गर्मियों में एयरकंडीशनर को 25-26 डिग्री के आसपास औसत तापमान पर नियमित रखें। सामान्य तौर पर एसी 22 डिग्री से ऊपर तापमान की सैटिंग पर प्रति डिग्री 3 से 5 फीसदी ऊर्जा की बचत करते हैं।
मैं क्या कर सकता हूं?
अगर देश के 40-50 करोड़ युवा ही हर महीने सिर्फ एक पौधा लगाएं तो हर साल कितने पौधे लग जाएंगे? यही कोई 480 करोड़ के करीब।
घर या ऑफिस में अक्सर कंप्यूटर, टीवी, फ्रिज जैसे उपकरण स्टैंड बाई मोड पर रहने से करीब 10 फीसदी बिजली बर्बाद होती है। इन उपकरणों को मेन स्विच से बंद कर ऊर्जा बचाई जा सकती है।
ठ्ठ पुराने बल्ब और ट्यूबलाइटों की जगह सीएफएल और एलईडी का इस्तेमाल करें। सीएफएल और एलईडी ऊर्जा खपत के मामले में बल्ब व ट्यूबलाइट की तुलना में 4 गुना किफायती हैं।
फैक्ट्री से गीजर में 60 डिग्री तापमान सैट होता है। जबकि नहाने लायक पानी सिर्फ 40 डिग्री पर ही गर्म हो जाता है। गीजर को इस हिसाब से सैट कर सालाना प्रति गीजर 172 किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन कम कर सकते हैं।
गर्मियों में एयरकंडीशनर को 25-26 डिग्री के आसपास औसत तापमान पर नियमित रखें। सामान्य तौर पर एसी 22 डिग्री से ऊपर तापमान की सैटिंग पर प्रति डिग्री 3 से 5 फीसदी ऊर्जा की बचत करते हैं।
गर्म पानी की तुलना में ठंडे पानी में वाशिंग मशीन 4 गुना तक बेहतर काम करती हैं। मतलब, वाशिंग मशीन में ठंडे पानी से कपड़े धोना किफायती है।
ऊर्जा की बचत करने वाले स्टार रेटेड उपकरणों की खरीद और इस्तेमाल से 2013 तक 5,700 करोड़ यूनिट बिजली की बचत की जा सकती है। प्रयास एनर्जी ग्रुप, पुणे के अध्ययन के अनुसार, ऐसा करके करीब 50 मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन रुक सकता है।
अपने वाहन की छह महीने में बेसिक और सालभर में पूरी सर्विस कराएं। प्रदूषण रुकेगा और ईंधन बचेगा। अपेक्षाकृत किफायती कार पूल और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें।
पानी का किफायत से इस्तेमाल करें। पॉलीथिन के उपयोग से बचें। भारतीय परिवारों में रोजाना निकलने वाला करीब 20 फीसदी कचरा पर्यावरण के लिए नुकसानदायक होता है।
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